10/08/08

sanam ki marji

dhokhe khana rah me
dil per khana chot
mera shagal hai
jaisi hasate ko rulana
sanam ki marji
-roshan premyogi

3 comments:

  1. रौशन भाई, नमस्कार।
    आज पहली बार आपके ब्लॉग पर आया हूं, अच्छा लगा। पर आपने अपने ब्लॉग से कमेंट का कॉलम क्यों हटा रखा है?

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  2. "पीली कनेर" वाकई बहुत खूबसूरत है।
    बधाई।

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