कुछ लोग कबीर की तरह गाते है
कुछ लोग एसुरी की तरह फाग सुनाते हैं।
कुछ लोग भिखारी ठाकुर की तरह नाच दिखाते हैं।
कवि, गवैया और नचनिया होना बड़ी बात नहीं
बड़ी बात है कबीर, भिखारी ठाकुर और एसुरी होना।
-रोशन प्रेमयोगी